diff --git a/20/34.txt b/20/34.txt index 1129da7..bdf1806 100644 --- a/20/34.txt +++ b/20/34.txt @@ -1 +1 @@ -\v 34 येशु बिनसे कहि जा युगमे,आदमी बिहा करतहए, और बिहा कर देत हए । \v 35 पर बा युग तक पुगन योग्य ठहेरन बारे और मरके जिन्दा हुइके उठन योग्य होन बारे ना विहा करत हए, ना विहा कर देत हए। \v 36 बे फिर मरत ना हए कहेकी बे स्वर्गदुतके सामान होत हए, और पुनरुत्थानके सन्तान होनके कारन परमेश।वरके सन्तान हए। \ No newline at end of file +\v 34 येशु बिनसे कहि जा युगमे, आदमी बिहा करतहए, और बिहा कर देत हए । \v 35 पर बा युग तक पुगन योग्य ठहेरन बारे और मरके जिन्दा हुइके उठन योग्य होन बारे ना विहा करत हए, ना विहा कर देत हए। \v 36 बे फिर मरत ना हए कहेकी बे स्वर्गदुतके सामान होत हए, और पुनरुत्थानके सन्तान होनके कारन परमेश्‍वरके सन्तान हए । \ No newline at end of file