Thu Jul 20 2023 16:13:44 GMT+0800 (Australian Western Standard Time)

This commit is contained in:
Rana_Tharu 2023-07-20 16:13:44 +08:00
parent dd4cac66d3
commit dcace9e7e0
3 changed files with 4 additions and 3 deletions

View File

@ -1 +1 @@
\v 5 तव बा मालिकको ऋणीनके एक-एक के बुलाई, और सुरु बालोसे कहि, तिर मालिकको ऋण कित्तो है ?' \v 6 बा कहि, तिन हजार लिटर तेल । तव व्यवस्थापक बासे कहि , तिर तमसुक ला , और जल्दी बैठके पन्ध्रा सय लिटर लिख । \v 7 फिर दुसरे से कहि , तिर कर्जा कित्तो हए ? बा कहि, तिन सय पचास कुन्टल गेहुँ । बा जासे कहि , तिर तमसुक ला और तिन सय कुन्टल लिख ।'
\v 5 तव बा मालिकको ऋणीनके एक-एक के बुलाई, और सुरु बालोसे कहि, तिर मालिकको ऋण कित्तो है ?' \v 6 बा कहि, तिन हजार लिटर तेल । तव व्यवस्थापक बासे कहि , तिर तमसुक ला , और जल्दी बैठके पन्ध्रा सय लिटर लिख ।' \v 7 फिर दुसरे से कहि , तिर कर्जा कित्तो हए ? बा कहि, तिन सय पचास कुन्टल गेहुँ ।' बा जासे कहि , तिर तमसुक ला और तिन सय कुन्टल लिख ।'

View File

@ -1 +1 @@
\v 8 अब बाको मालिक बा अधर्मी व्यवस्थापकको तारी करी काहेकी बा चलाकीसे काम करी रहए । काहेकी जा संसारको आदमी अपनी पुस्ताके और आदमीसंग व्यवहार करत ज्योतिके सन्तानसे और जध्धा चलाक होत हए । \v 9 मए तुमसे कहत हौ , अपनो तहि संसारको धनसे मित्र बनाबौ, और जब धन नास हुईहे , तव बे तुमके अनन्त वासस्थानमे स्वागत करए ।
\v 8 अब बाको मालिक बा अधर्मी व्यवस्थापकको तारी करी काहेकी बा चलाकीसे काम करी रहए । काहेकी जा संसारको आदमी अपनी पुस्ताके और आदमीसंग व्यवहार करत ज्योतिके सन्तानसे और जध्धा चलाक होत हए । \v 9 मए तुमसे कहत हौ , अपनो तहि संसारको धनसे मित्र बनाबौ, और जब धन नास हुईहे , तव बे तुमके अनन्त वासस्थानमे स्वागत करए ।

View File

@ -355,6 +355,7 @@
"15-31",
"16-title",
"16-01",
"16-03"
"16-03",
"16-05"
]
}