Fri Jul 21 2023 12:52:23 GMT+0800 (Australian Western Standard Time)
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daa9cf2bf0
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900b4e9576
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\c 18 \v 1 बे रोज प्रार्थना करतए रहामए और निराश ना होमए कहीके जहेमारे बा बिनसे एक काहानी कहि , \v 2 कोई एक सहरमे परमेश्वारको डर ना माननबारो ,और आदमीक ख्याल फिर ना करनबारो एक जनि न्यायधिश रहए ।
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\c 18 \v 1 बे रोज प्रार्थना करतए रहामए और निराश ना होमए कहीके जहेमारे बा बिनसे एक काहानी कहि , \v 2 बा बिनसे
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कहि, "कोई एक सहरमे परमेश्वारको डर ना माननबारो ,और आदमीक ख्याल फिर ना करनबारो एक जनि न्यायधिश रहए ।
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\v 3 ३ बहे शहरमे एक बिध्वा रहए। बा बिनके ठिन आत रहए,और कहत रहए,मेरो वादिके अग्गु मेरो न्याय करदेओ ।४ \v 4 बा कुछ समय तक त ना मानी,और पिच्छुसे बा अपन मनसे कहि मए परमेश्चरको डर नमानत हौ । आदमीको बास्ता फिर ना करत हौ ।५ \v 5 और जा बिध्वा मोके हैरान करडारिहए जहेमारे मए जाको न्याय करत हौ, नत जा ईकल्ली आएके मोके दिक्क बनाबैगी ।
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\v 3 बहे शहरमे एक बिध्वा रहए। बा बिनके ठिन आत रहए,और कहत रहए,मेरो वादिके अग्गु मेरो न्याय करदेओ । \v 4 बा कुछ समय तक त ना मानी,और पिच्छुसे बा अपन मनसे कहि मए परमेश्चरको डर नमानत हौ । आदमीको बास्ता फिर ना करत हौ । \v 5 और जा बिध्वा मोके हैरान करडारिहए जहेमारे मए जाको न्याय करत हौ, नत जा ईकल्ली आएके मोके दिक्क बनाबैगी ।
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"17-32",
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"17-34",
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"17-37",
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"18-title"
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"18-title",
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"18-01"
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