From 09cd2494f42cd6e72235ed30946d29b6913e0a4c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Fri, 23 Jun 2023 12:38:25 +0800 Subject: [PATCH] Fri Jun 23 2023 12:38:24 GMT+0800 (Australian Western Standard Time) --- 09/59.txt | 2 +- 09/61.txt | 2 +- manifest.json | 2 ++ 3 files changed, 4 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/09/59.txt b/09/59.txt index aae9f40..68a7b3e 100644 --- a/09/59.txt +++ b/09/59.txt @@ -1 +1 @@ -\v 59 बा दुस्रेसे कहि, “मिर पच्छु लाग ।” पर बा कहिँ, “पहिले मिर दौवाके गाडन जान दे ।” \v 60 बा बासे कहिँ, “मुर्दनके अपने मुर्दा शरीर गाड्न देओ, तव तए जएके परमेश्वरके राज्यको सुसमाचार प्रचार कर।” \ No newline at end of file +\v 59 बा दुस्रेसे कहि, “मिर पच्छु लाग ।” पर बा कहिँ, “पहिले मिर दौवाके गाडन जान दे ।” \v 60 बा बासे कहिँ, “मुर्दनके अपने मुर्दा शरीर गाड्न देओ, तव तुम जएके परमेश्वरके राज्यको सुसमाचार प्रचार कर ।” \ No newline at end of file diff --git a/09/61.txt b/09/61.txt index ed14b11..12f2697 100644 --- a/09/61.txt +++ b/09/61.txt @@ -1 +1 @@ -\v 61 \v 62 ” ६१ दुस्रो फिर कहिँ, “प्रभु, मै तिर पच्छु लाङ्गो, पर पहिले अपन घर बारेन्से बिदा लेनदे।” ६२ तव येशू बासे कहिँ, “अपन हात हरमे लगाईके पच्छु देखन बारो कोइ फिर परमेश्वरके राज्यको योग्यको ना होत हए।” \ No newline at end of file +\v 61 दुस्रो फिर कहिँ, “प्रभु, मै तुमर पच्छु लाङ्गो, पर पहिले अपन घर बारेन्से बिदा लेनदे ओ।” \v 62 तव येशू बासे कहिँ, “अपन हात हरमे लगाईके पच्छु देखन बारो कोइ फिर परमेश्वरके राज्यको योग्यको ना होत हए ।” \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index e0fcd1d..ce9d37d 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -238,6 +238,8 @@ "09-51", "09-54", "09-57", + "09-59", + "09-61", "11-02", "11-03" ]