From 0633e59247e64cd731c916bd9277be961d749bbb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 20 Jul 2023 16:33:44 +0800 Subject: [PATCH] Thu Jul 20 2023 16:33:44 GMT+0800 (Australian Western Standard Time) --- 16/19.txt | 2 +- 16/22.txt | 2 +- manifest.json | 3 ++- 3 files changed, 4 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/16/19.txt b/16/19.txt index 9294086..4d03a2c 100644 --- a/16/19.txt +++ b/16/19.txt @@ -1 +1 @@ -\v 19 एक सेट आदमी रहए , जो वहुमुल्य लत्ता पतरो मलमल पैधंके रोजदिन मनोरन्जनमे रहत रहए । \v 20 बाके फाटक ठीन लाजरस नाउँको एक आदमी गरिबके लाइके धरदेत रहए । \v 21 बा सेट आदमिको टेबुल मैसे गीरो भव टुक्रा-टुक्री खाइके लाजरस अपन पेट भरन इच्छा करत रहए औरकुत्ता फिर आईके बाको घाउ चांटत रहए । \ No newline at end of file +\v 19 एक सेट आदमी रहए , जो वहुमुल्य लत्ता पतरो मलमल पैधंके रोजदिन मनोरन्जनमे रहत रहए । \v 20 बाके फाटक ठीन लाजरस नाउँको एक आदमी गरिबके लाइके धरदेत रहए । \v 21 बा सेट आदमिको टेबुल मैसे गीरो भव टुक्रा-टुक्री खाइके लाजरस अपन पेट भरन इच्छा करत रहए और कुत्ता फिर आईके बाको घाउ चांटत रहए । \ No newline at end of file diff --git a/16/22.txt b/16/22.txt index 05b9de8..ebc708f 100644 --- a/16/22.txt +++ b/16/22.txt @@ -1 +1 @@ -\v 22 २२बा गरीब आदमी मरगओ , और स्वर्गदुत बाके लैजाइके अब्रहामके संगमे धरी, बा सेट आदमी फिर मरो और गाडीगौ । २३ \v 23 नरकमे कठोर कष्ट भोगत पेती बा नजर उठाइके देखि और दुरसे अब्रहाम और बक संगमे लाजरसके देखि । \ No newline at end of file +\v 22 बा गरीब आदमी मरगओ , और स्वर्गदुत बाके लैजाइके अब्रहामके संगमे धरी, बा सेट आदमी फिर मरो और गाणोगौ । \v 23 नरकमे कठोर कष्ट भोगत पेती बा अपन नजर उठाइके देखि और दुरसे अब्रहाम और बक संगमे लाजरसके देखि । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 2e9616f..82f4664 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -362,6 +362,7 @@ "16-13", "16-14", "16-16", - "16-18" + "16-18", + "16-19" ] } \ No newline at end of file