thr_jhn_text_reg/05/21.txt

1 line
784 B
Plaintext

\v 21 काहेकी जैसे पिता मृतकनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी पुत्र फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए । \v 22 काहेकी पिता कोइके फिर न्याय नए करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम पुत्र के दै हए, \v 23 ताकि सब पुत्रके आदर करएँ, जैसे बे पिताके आदर करत हँए । पुत्र आदर ना करहए ताओ बाके पठान बालो पिता फिर आदर ना करैगो ।