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\v 9 9 फाटक मही हौ, अगर कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बाचिजए हए, और भितर बाहिर आनजान करहए और अच्छे ठाउँमे चरन पए हए। \v 10 10 चोर ता चुरान, मरन और नाश कर्न इकल्लो अत् हए। मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्ताको जीवन पामए करके मए अओ ।