\v 39 जहेमारे बे बिश्वास ना कर पाइँ, काहेकी यशैया फिर आइसे कही, \v 40 "बा उनकी आँखी बन्द करदै हए, और उनको हृदय कठोर करीदै हए, जहे मारे बे आँखीसे ना देखि, और हृदयसे ना सम्झि, नत बे घुमजाए्ते और मोके बिनके अच्छो करन पणैगो ।”