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\v 13 अग्गु अन्धरा रहय बहे आदमीक बे फरिसीन ठिन ल्याइँ । \v 14 जौन दिन येशू मट्टीक कि गमजके बक आँखी लगाई रहए बा दिन शबाथ-दिन रहए । \v 15 फरिसी बासे पुछी, “तए कैसे देखन बारो भव?” बा उन्से कही, “बा मिर आँखीमे मट्टी गमजके लगए दै, और मए धओ और देखन बारो हुइगव।”