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\v 37 मए जानत हौ, तुम अब्राहामके सन्तान हौ । पर तुम मोके मारन ढुड्त हौ, कहेकी मिर वचन तुमरे ठिन ठाउ ना पात हए । \v 38 जो जो माए मिर पिताके उपस्ठितिमे देखो हौ, बहे मए कहत हौ । तुम फिर जो तुमर पितासे सुनेहौ, बहे करत् हौ ।”