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\v 32 \v 33 32 देखौ समय अए रहो हए, वास्तबमे अइगौ हए, अब तुम बिगद के अपन ठाउँमे चले जएहौ और मोके इक्ल्लो छोड्देहौ| ताहु फिर मए इकल्लो नैयाँ, कहेकी पिता मिर संग हए| 33 मए तुमसे जा बात जा मारे कहत हौ, कि मोए मे तुमके शान्ति होबए| संसारमे तुमके संकटत् हुइहए, पर साहस करौ, मए संसारके जितो हौ|”