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\v 8 जब सल्लाह देन बारो अए हए, बा संसारके पाप, धर्मिकता और न्यायके बारेमे दोषी ठहरए हए । \v 9 पापके बारेमे, काहेकी बे मिर उपर विश्‍वास ना करत् हँए, \v 10 धार्मिकताके बारेमे, काहेकी मए पिताके ठिन जए रहो हौ, और फिर तुम मोके फिर ना दिख्हौ । \v 11 और न्यायके बारेमे, काहेकी जा संसारके शासकको न्याय हुई गओ हए ।