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\v 26 " 26 आठ दिन पिछु बोके चेला फिर घर भितर रहए| थोमा फिर बिनके संग रहए| फाटक बन्द रहए, तव येशू भितर घुसिगओ, और बीचमे ठणिगौ, “तुमके सान्ति!” \v 27 27 तव बो थोमासे कहि, “तुमर उगंरी हियाँ धार, और मिर हात देख| तुम हात बढाएके मिर कोखामे डार संका मत कराए, विश्वासी हो|”