\v 46 मए संसारमे उजियारो हुइके अओ हौ, ताकि मिर उपर बिश्वास करन बारे अन्धकारमे ना रहमए् । \v 47 कोई मिर वाणी सुनेहए, और बा पालन करेहए ना तव, मए बाको न्याय ना करेहौ । काहेकी मए संसारको न्याय करन ना अओ हौ, संसारके बचान अओ हौ ।