\v 10 बा संसारमे रहए, और संसार बहेसे बनो, तहुँ संसार बाके ना पहिचान पाईं । \v 11 बा अपन आदमी ठिन अओ, तहुँ अपने आदमी बाके ग्रहण ना करीं ।