thr_jhn_text_reg/17/12.txt

1 line
950 B
Plaintext

\v 12 जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो । बिनको रक्षा करो । और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भव, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए \v 13 "पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ । पर मए जा बात संसारमे काहि रहोहौँ , कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए । " \v 14 मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत ( घृणा ) करी, कहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौँ ।