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\v 5 बे दुसरे आदमीके पिच्छु ना जात हँए, पर बासे बे दुर भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक अवाज बे ना चिन्तहए ।” \v 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे ना समकपाईँ ।