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\c 9 \v 1 हुवाँसे जातपेति येशू एक जनै जन्मएको अन्धराके देखी । \v 2 बाके चेला बासे पुछिँ, “रब्बी, कौन पाप करो, जा कि जक अईया-दौवा, और जा अन्धरा जन्मो ?”