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\v 50 स्वर्गसे उतरन बारो रोटी जहे हए, जौन जा खाए हए बा ना मरैगो । \v 51 स्वर्गसे उतरन बारी जिन्दा रोटी मही हौ । कोई फिर जा रोटी खए हए ,बा सदिमान जिहए । और जौन रोटी मए संसारके जीवनके ताहिँ दओ हौ, बा त मिर देहे हए ।”