\v 17 अगर कोई आदमी परमेश्‍वरको इच्छा पालन कर्न चाहत हए तव, मिर शिक्षा परमेश्‍वरसे अओ हए कि मिर अपनए घेनसे हए सो बा जानैगो \v 18 जौन अपनाएसे बोल्त हए, बा अपनो सम्मान ढुडत हए, बल्कि जौन अपने पठान बारेके सम्मान ढुणात हए, बा सत्य हए, और बामे कपट नैयाँ ।