\v 43 \v 44 \v 45 43 दुई दिन पिछु हुवाँसे निकरके बा गालीलमे गओ । 44 {येशू अपनए गवाही दइ, कि अपने देशमे कोई अगमवक्ताके आदर ना होत हए ।} 45 जब बा गालीलमे आओ, तव बा यरुशलेममे तेवहारको बेरा जो करी रहए, बे सब काम देखके गालिली बाके स्वागत करी, काहेकी बेहुं हुवाँ तेवहारमे आए रहएँ ।