\v 17 तब फाटकमे बैठी लौड़िया पत्रुससे कही, “का तुम फिर बहे आदमीके चेला मैसे एक जानै हौ ?' बा कही, “मए ना हए ।” \v 18 तव बा कमैया और पहरेदार आगीको आहारा ताप्त रहए, कहेकी जाडो रहए । और पत्रुस फिर बिनके संग ठाडो आगी तपन लागो,