From bb4b66bb5f4f14b8d8917387fdf24c3a9472b02c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Tue, 1 Aug 2023 14:31:26 +0545 Subject: [PATCH] Tue Aug 01 2023 14:31:25 GMT+0545 (Nepal Time) --- 17/09.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/17/09.txt b/17/09.txt index 3645dd3..af7de19 100644 --- a/17/09.txt +++ b/17/09.txt @@ -1 +1 @@ -\v 9 मए बिनके ताहिँ प्रार्थना करत् हौ, संसारके ताहिँ मए प्रार्थना ना करत् हौ, पर उनके ताहिँ, जौन तुम मोके दए हौ । कहेकी बे तुमर हए । \v 10 मिर सब जो हए बे सब तुमर हए, और तुम जो हए बो मेरी हए । मिर महिमा बिनमे प्रकट भव हए । \v 11 "मए संसारमे ना रएहौ, पर जे ता संसारमे रहए । मए त् तुमर ठिन अए रहो हौ । पवित्र पिता, तुम मोके दए भएनके तुमर नाउँमे बिनके सुरक्षित रखीओ, और हमए जैसो बे फिर एक होमए । " \ No newline at end of file +\v 9 मए बिनके ताहिँ प्रार्थना करत् हौ, संसारके ताहिँ मए प्रार्थना ना करत् हौ, पर उनके ताहिँ, जौन तुम मोके दए हौ । काहेकी बे तुमर हएँ । \v 10 मिर सब जो हए बे सब तुमर हए, और तुम जो हए बो मेरी हए । मिर महिमा बिनमे प्रकट भव हए । \v 11 "मए संसारमे ना रएहौ, पर जे ता संसारमे रहए । मए त् तुमर ठिन अए रहो हौ । पवित्र पिता, तुम मोके दए भएनके तुमर नाउँमे बिनके सुरक्षित रखीओ, और हमए जैसो बे फिर एक होमए । " \ No newline at end of file