From b9c4520ce775cbaef5f503c169ace3a4926ce66b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 11 May 2023 14:27:24 +0545 Subject: [PATCH] Thu May 11 2023 14:27:23 GMT+0545 (Nepal Time) --- 05/16.txt | 2 +- 05/19.txt | 2 +- manifest.json | 2 ++ 3 files changed, 4 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/05/16.txt b/05/16.txt index ca2858c..dd8d148 100644 --- a/05/16.txt +++ b/05/16.txt @@ -1 +1 @@ -\v 16 तहिमारे यहूदी येशूके खेदो कर्न लागे, कहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए । \v 17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।” \v 18 जहे मरे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार कर्न लागे, कहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्‍वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्‍वरसे अपन पिता कहीरहए । \ No newline at end of file +\v 16 तहिमारे यहूदी येशूके खेदो कर्न लागे, काहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए । \v 17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।” \v 18 जहेमारे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार कर्न लागे, काहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्‍वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्‍वरसे अपन पिता कहीरहए । \ No newline at end of file diff --git a/05/19.txt b/05/19.txt index 78997b2..25bfbaa 100644 --- a/05/19.txt +++ b/05/19.txt @@ -1 +1 @@ -\v 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत हौ, लौड़ा अपनाए कुछु करनाए पए हए, पर दौवा जो करत् दीखेहए बहे करेहए, कहेकी दौवा जो करेहए, लौड़ा बहे करेहए । \v 20 कहेकी दौवा लौड़ाके प्रेम करत् हए, और बा अपनाए करी रहो सब काम लौड़ाके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा लौड़ाके दिखात हए, और तुम अचम्मो मनेहौ । \ No newline at end of file +\v 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत हौं, लौड़ा अपनाए कुछु करनाए पए हए, पर दौवा जो करत् दीखेहए बहे करेहए, कहेकी दौवा जो करेहए, लौड़ा बहे करेहए । \v 20 कहेकी दौवा लौड़ाके प्रेम करत् हए, और बा अपनाए करी रहो सब काम लौड़ाके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा लौड़ाके दिखात हए, और तुम अचम्मो मनेहौ । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 9e08751..f1b5b3e 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -116,6 +116,8 @@ "05-09", "05-10", "05-12", + "05-14", + "05-16", "06-title", "07-title", "10-title",