From a28c58ddf0225cca9ba82f3444a0be284f3b173c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Tue, 7 Mar 2023 21:24:50 +0545 Subject: [PATCH] Tue Mar 07 2023 21:24:49 GMT+0545 (Nepal Time) --- 10/03.txt | 2 ++ 10/05.txt | 2 ++ 10/07.txt | 2 ++ 10/09.txt | 1 + 4 files changed, 7 insertions(+) create mode 100644 10/03.txt create mode 100644 10/05.txt create mode 100644 10/07.txt create mode 100644 10/09.txt diff --git a/10/03.txt b/10/03.txt new file mode 100644 index 0000000..4322bbb --- /dev/null +++ b/10/03.txt @@ -0,0 +1,2 @@ +\v 3 \v 4 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको सोर सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ काढ काढ के बुलात हए, और उनके बाहिर लैजात हए। +4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके सिक्तहए, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हए, कहेकी बे बाको सोर चिन्तहए। \ No newline at end of file diff --git a/10/05.txt b/10/05.txt new file mode 100644 index 0000000..7b3cb11 --- /dev/null +++ b/10/05.txt @@ -0,0 +1,2 @@ +\v 5 \v 6 5 पर दुसरे आदमीके बे पिछु नाए जात हँए, पर बासे बे भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक सोर बे नाए चितहए।” +6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे नाए बुझि। \ No newline at end of file diff --git a/10/07.txt b/10/07.txt new file mode 100644 index 0000000..bfd4827 --- /dev/null +++ b/10/07.txt @@ -0,0 +1,2 @@ +\v 7 \v 8 7 जहेमारे येशू फिर उन्से कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ । +8 मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात नाए सुनि। \ No newline at end of file diff --git a/10/09.txt b/10/09.txt new file mode 100644 index 0000000..0831c22 --- /dev/null +++ b/10/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 \v 10 9 फाटक मही हौ, अगर कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बाचिजए हए, और भितर बाहिर आनजान करहए और अच्छे ठाउँमे चरन पए हए। 10 चोर ता चुरान, मरन और नाश कर्न इकल्लो अत् हए। मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्ताको जीवन पामए करके मए अओ । \ No newline at end of file