diff --git a/21/04.txt b/21/04.txt new file mode 100644 index 0000000..fd0fe33 --- /dev/null +++ b/21/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 \v 5 \v 6 4 सुबेरे होन लागो रहए, येशू किनारे ठाणो रहए| तव चेला बो येशू हए करके चिननए पाई रहए| 5 "येशू बिनसे कहि, “बालका तुमर संग कए मछ्री हए?”बे बोके उत्तर दै, ""नैयाँ|” " 6 बो बिनसे कहि, “जाल नैयाँके दाहिने घेन, फेकओ तव पैहौ|” तव बे जाल डारीँ, और माछ्रीको ढेरीके मरे बे जाल ताननाए पाई| \ No newline at end of file diff --git a/21/07.txt b/21/07.txt new file mode 100644 index 0000000..78f4a56 --- /dev/null +++ b/21/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 \v 8 \v 9 7 "येशूको प्रेम करन बारो चेला पत्रुस कहि, “बोता प्रभु हए|” “बो प्रभु हए"" अइसी सुनके सिमोन पत्रुस अपन बाहिरी कुर्ता करेहओ मे लपेटके, कहेकी बो कुर्ता खोलेरहए, और समुद्रमे कुदपणो| " 8 और चेला नैयाँमे वैठके जाल तान्त् रहए| बे किनारेसे दुर नए रहए, पर लगभग सय मिटर जितो रहए| 9 जब बे किनारेमे उत्रे, तव बे कुइला अंग्रामे मछ्री धरो और रोटी देखी| \ No newline at end of file diff --git a/21/10.txt b/21/10.txt new file mode 100644 index 0000000..4bff2a9 --- /dev/null +++ b/21/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 \v 11 10 येशू बिनसे कहि, 'तुम भर्खर पक्णे मछ्री मैसे कुछु ल्याबओ|” 11 तव सिमोन पत्रुस नैयाँ मे चढ़के एक सय त्रिपन्न बणी-बणी मछ्री भरी जाल डीणेमे ल्याइँ, इत्तो रहए ताहु फिर जाल फटिनए| \ No newline at end of file diff --git a/21/12.txt b/21/12.txt new file mode 100644 index 0000000..369c23c --- /dev/null +++ b/21/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 \v 13 \v 14 12 "येशू बिनसे कहि, “अएके देखौ|” चेलन मैसे कोइ फिर ""तुम कौन हौ?” करके पुछनके आँट नाए करी, कहेकी बे बो प्रभु हए करके जानत् रहए| " 13 येशू अओ और रोटी लैके बिनके दै, और उइसी करके मछ्री फिर दै| 14 मृतकसे जिन्दा उठ्के येशू चेलाके ठिन प्रकट भव तेस्रो चोटी रहए| \ No newline at end of file