From 7f0de2721fe0755afd72c0589573c2dd536c6ba2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Mon, 6 Mar 2023 15:51:12 +0545 Subject: [PATCH] Mon Mar 06 2023 15:51:12 GMT+0545 (Nepal Time) --- 02/17.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/02/17.txt b/02/17.txt index 1958d80..813621e 100644 --- a/02/17.txt +++ b/02/17.txt @@ -1 +1 @@ -\v 17 बाके चेलानके धर्मशास्त्रमे लिखी बात याद भइ, “तुमर घरकी जोस मोके जलाए हए।” \v 18 यहूदीनकी अधीकारी बासे कहीं,“तुम जो काम करत् हौ, तव तुम हमके का चिनह दिखएहौ? \v 19 येशू उनके जबाफ दै, “जा मन्दिरके उजाड देओ, । और मए तीन दिनमे जाके खडा करदेहौ ।” \ No newline at end of file +\v 17 बाके चेलानके धर्मशास्त्रमे लिखी बात याद भइ, “तुमर घरकी जोस मोके जलाए हए।” \v 18 यहूदीनकी अधीकारी बासे कहीं,“तुम जो काम करत् हौ, तव तुम हमके का चिनह दिखएहौ ? \v 19 येशू उनके जबाफ दै, “जा मन्दिरके उजाड देओ, । और मए तीन दिनमे जाके खडा करदेहौ ।” \ No newline at end of file