From 7c33ed5a1d426b01292575bf588d5f7a1708b9b9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Mon, 6 Mar 2023 22:16:41 +0545 Subject: [PATCH] Mon Mar 06 2023 22:16:40 GMT+0545 (Nepal Time) --- 06/62.txt | 2 ++ 06/64.txt | 2 ++ 06/66.txt | 4 ++++ 06/70.txt | 2 ++ 4 files changed, 10 insertions(+) create mode 100644 06/62.txt create mode 100644 06/64.txt create mode 100644 06/66.txt create mode 100644 06/70.txt diff --git a/06/62.txt b/06/62.txt new file mode 100644 index 0000000..1cbf9c7 --- /dev/null +++ b/06/62.txt @@ -0,0 +1,2 @@ +\v 62 \v 63 62 तुम आदमीके लौड़ाके जहाँ बा अग्गु रहए हुवाँ चढत देखे हौ तव का हुइहए? +63 जीवन देन बारो आत्मा हए, शरीरसे कोई फाइदा नैयाँ । जौन बचन मए तुमसे बोलोहौ बो आत्मा और जीवन हए । \ No newline at end of file diff --git a/06/64.txt b/06/64.txt new file mode 100644 index 0000000..4e59cff --- /dev/null +++ b/06/64.txt @@ -0,0 +1,2 @@ +\v 64 \v 65 64 पर तुमर बीचमे कित्तो हँए, जौन बिश्वास कर्त नैयाँ ।” कहेकी बिश्वास नाए करन बारे कौन कौन हँए, और बाके धोखा देन बारो कौन हुइहँए करके येशूके सुरुसे पता रहए । +65 और बा कही, “जहेमारे मए तुमसे कहो रहौ, 'अगर पितासे नाए द्ओ हए तव कोई आदमी मिर ठिन नाए आए पाएहए ।” \ No newline at end of file diff --git a/06/66.txt b/06/66.txt new file mode 100644 index 0000000..b89e437 --- /dev/null +++ b/06/66.txt @@ -0,0 +1,4 @@ +\v 66 \v 67 \v 68 \v 69 66 तव पिछु बक चेला मैसे बहुत जनै पिछु हटे, और बाके संग नेगन छोडी । +67 येशू बाहृ से कही, “का तुम फिर मोके छोणे हौ?” +68 सिमोन पत्रुस जबाफ दैके कही, “हे प्रभु, हम बाके ठिन जाए? तुमर संग तव अनन्त जीवनको बचन हए् +69 और हम बिश्वास करे हँए, और जाने हँए, तुम परमेश्वरके पवित्र जन हौ ।” \ No newline at end of file diff --git a/06/70.txt b/06/70.txt new file mode 100644 index 0000000..1a265a1 --- /dev/null +++ b/06/70.txt @@ -0,0 +1,2 @@ +\v 70 \v 71 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “का मए अपनए तुमके बाहृओ जनैके नाए चुनो? और तुमर मैसे एक जनैचाहिँ दियाबलस हए। +71 जा बा सिमोन इस्करियोतको लौड़ासे यहूदाके वारेमे कही रहए, कहेकी बाहृा मैसे एक जनै रहए ताहु फिर बो बाके धोखा देन तही तयार रहए ।” \ No newline at end of file