Thu Mar 16 2023 13:16:30 GMT+0545 (Nepal Time)
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\v 14 \v 15 14 तव पिछु येशू बाके मन्दिरमे भेटके कही, “देख, तए अच्छो भव हए। फिर पाप मत करीए, और तिर उपर और जद्धा खराबी नाए अबए ।”
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15 बाके अच्छो कर्न बारो त येशू हए करके बा आदमी जाएके यहूदीन के बताए दैं ।”
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\v 14 14 तव पिछु येशू बाके मन्दिरमे भेटके कही, “देख, तए अच्छो भव हए। फिर पाप मत करीए, और तिर उपर और जद्धा खराबी नाए अबए ।”
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\v 15 15 बाके अच्छो कर्न बारो त येशू हए करके बा आदमी जाएके यहूदीन के बताए दैं ।”
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\v 16 \v 17 \v 18 16 तहि मारेसे यहूदी येशूके खेदो कर्न लागे, कहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए ।
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17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।”
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18 जहे मरे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार कर्न लागे, कहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्वरसे अपन पिता कहीरहए ।
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\v 16 16 तहि मारेसे यहूदी येशूके खेदो कर्न लागे, कहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए ।
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\v 17 17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।”
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18 \v 18 जहे मरे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार कर्न लागे, कहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्वरसे अपन पिता कहीरहए ।
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\v 19 \v 20 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत हौ, लौड़ा अपनाए कुछु करनाए पए हए, पर दौवा जो करत् दीखेहए बहे करेहए, कहेकी दौवा जो करेहए, लौड़ा बहे करेहए ।
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20 कहेकी दौवा लौड़ाके प्रेम करत् हए, और बा अपनाए करी रहो सब काम लौड़ाके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा लौड़ाके दिखात हए, और तुम अचम्मो मनेहौ ।
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\v 19 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत हौ, लौड़ा अपनाए कुछु करनाए पए हए, पर दौवा जो करत् दीखेहए बहे करेहए, कहेकी दौवा जो करेहए, लौड़ा बहे करेहए ।
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\v 20 20 कहेकी दौवा लौड़ाके प्रेम करत् हए, और बा अपनाए करी रहो सब काम लौड़ाके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा लौड़ाके दिखात हए, और तुम अचम्मो मनेहौ ।
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\v 21 \v 22 \v 23 21 काहेकी जैसे दौवा मृतकनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी लौड़ा फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए ।
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22 काहेकी पिता कोइके फिर न्याय नए करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम लौड़ा के दै हए,
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23 ताकि सब लौड़ाके आदर करएँ, जैसे बे पिताके आदर करत हँए । लौड़ाके आदर नाए करहए ताओ बोके पठान बालो पिता फिर आदर नाए करैगो ।
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\v 21 21 काहेकी जैसे दौवा मृतकनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी लौड़ा फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए ।
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\v 22 22 काहेकी पिता कोइके फिर न्याय नए करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम लौड़ा के दै हए,
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\v 23 23 ताकि सब लौड़ाके आदर करएँ, जैसे बे पिताके आदर करत हँए । लौड़ाके आदर नाए करहए ताओ बोके पठान बालो पिता फिर आदर नाए करैगो ।
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\v 26 \v 27 26 कहेकी जैसी दौवा अपनाए जीवन हए उईसी, बा लौड़ाक फिर अपनाएमे जीवनको स्रोत होनके अधिकार दैहए ।
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27 और बाके न्यायको फैसला करनके अधिकार दैहए, कहेकी बा आदमीक लौड़ा हए ।
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\v 26 26 कहेकी जैसी दौवा अपनाए जीवन हए उईसी, बा लौड़ाक फिर अपनाएमे जीवनको स्रोत होनके अधिकार दैहए ।
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\v 27 27 और बाके न्यायको फैसला करनके अधिकार दैहए, कहेकी बा आदमीक लौड़ा हए ।
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\v 28 \v 29 28 जामे अचम्मो मत मानओ, कहेकी बेरा आईगव हए, तव गड्डामे होन बारे सब बाको आबाज सुनंगे
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29 और बाहिर निकार अए हँए असल काम करन बारे जीवनके तही जिन्दा हुइहँए, और कुक्रम करन बारे दण्डके तही जिन्दा हुइहँए
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\v 28 28 जामे अचम्मो मत मानओ, कहेकी बेरा आईगव हए, तव गड्डामे होन बारे सब बाको आबाज सुनंगे
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\v 29 29 और बाहिर निकार अए हँए असल काम करन बारे जीवनके तही जिन्दा हुइहँए, और कुक्रम करन बारे दण्डके तही जिन्दा हुइहँए
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\v 30 \v 31 \v 32 30 "मए अपनाए कुछु नाए करपैहौ। जैसी मए सुनत हौ, उइसी न्याय मए करंगो, और मिर न्याय ठीक ठहीरैगो, कहेकी मए अपन इच्छा नाए ढुणत हौ, मोके पठान बारेकि इच्छा ढुड्त हौ ।"
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31 "यदी मए अपन बारेमे गवाही देहौ तव मिर गवाही सत्य नाए हुइहए ।"
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32 मिर बारेमे गवाही देन बारो दुसरो हँए और मए जान्तहौ, कि मेरे बारेमे बा जो गवाही देतहँए, बा गवाही सत्य ठहीरैगो।
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\v 30 30 "मए अपनाए कुछु नाए करपैहौ। जैसी मए सुनत हौ, उइसी न्याय मए करंगो, और मिर न्याय ठीक ठहीरैगो, कहेकी मए अपन इच्छा नाए ढुणत हौ, मोके पठान बारेकि इच्छा ढुड्त हौ ।"
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\v 31 31 "यदी मए अपन बारेमे गवाही देहौ तव मिर गवाही सत्य नाए हुइहए ।"
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\v 32 32 मिर बारेमे गवाही देन बारो दुसरो हँए और मए जान्तहौ, कि मेरे बारेमे बा जो गवाही देतहँए, बा गवाही सत्य ठहीरैगो।
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\v 33 \v 34 \v 35 33 "तुम यूहन्ना ठिन पुछ्न पठाओ, और बा सत्य कि गवाही दैहए्।"
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34 मए ग्रहण करो गवाही आदमीक नैयाँ, पर तुमर उध्दार होबए करके मए जा बात कहोहौ ।
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35 यूहन्ना पज्रत और चमक्त दियाँ रहए, और तुम बक उजियारेमे थोडीदेर आनन्द मननके राजी भए ।
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\v 33 33 "तुम यूहन्ना ठिन पुछ्न पठाओ, और बा सत्य कि गवाही दैहए्।"
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\v 34 34 मए ग्रहण करो गवाही आदमीक नैयाँ, पर तुमर उध्दार होबए करके मए जा बात कहोहौ ।
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\v 35 35 यूहन्ना पज्रत और चमक्त दियाँ रहए, और तुम बक उजियारेमे थोडीदेर आनन्द मननके राजी भए ।
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\v 36 \v 37 \v 38 36 "पर मिर संग जो गवाही हए, बा यूहन्नक से बडि हए। कहेकी जौन काम पुरा कर्न दौवा मोके दैहए, बो काम मए करिरहो हौ, और बे मिर बारेमे गवाही देहँए कहेकी पिता मोके पठाई हए ।"
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37 मोके पठान बारो दौवा अपनाए मिर बारेमे गवाही दैहए। बा आबाज तुम कबहु नाए सुनेहौ, और बाको रुप कबहु नाए देखेहौ ।
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38 बाको बचन तुमरमे नाए रहत हए, कहेकी जौनके बा पठाई हए, तुम बाके उपर बिश्वास कर्त नाएहौ ।
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\v 36 36 "पर मिर संग जो गवाही हए, बा यूहन्नक से बडि हए। कहेकी जौन काम पुरा कर्न दौवा मोके दैहए, बो काम मए करिरहो हौ, और बे मिर बारेमे गवाही देहँए कहेकी पिता मोके पठाई हए ।"
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\v 37 37 मोके पठान बारो दौवा अपनाए मिर बारेमे गवाही दैहए। बा आबाज तुम कबहु नाए सुनेहौ, और बाको रुप कबहु नाए देखेहौ ।
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\v 38 38 बाको बचन तुमरमे नाए रहत हए, कहेकी जौनके बा पठाई हए, तुम बाके उपर बिश्वास कर्त नाएहौ ।
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\v 39 \v 40 39 तुम धर्मशास्त्रमे ढुडे कर्तहौ, कहेकी बामे अनन्त जीवन मिलत हए करके तुम कहतहौ। मिर बारेमे गवाही देन बारो बहे धर्मशास्त्र हए,
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40 तहुंफिर तुम जीवन पानके तही मिर ठिन आनके इन्कार कर्तहौ ।
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\v 39 39 तुम धर्मशास्त्रमे ढुडे कर्तहौ, कहेकी बामे अनन्त जीवन मिलत हए करके तुम कहतहौ। मिर बारेमे गवाही देन बारो बहे धर्मशास्त्र हए,
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\v 40 40 तहुंफिर तुम जीवन पानके तही मिर ठिन आनके इन्कार कर्तहौ ।
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\v 41 \v 42 41 "मए आदमीसे महिमा ग्रहण नाए करंगो,"
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42 पर परमेश्वरको प्रेम तुमरमे नैया करके मए जानतहौ ।
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\v 41 41 "मए आदमीसे महिमा ग्रहण नाए करंगो,"
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\v 42 42 पर परमेश्वरको प्रेम तुमरमे नैया करके मए जानतहौ ।
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\v 43 \v 44 43 मए अपने दौवाके नाउँमे आओ हौ, पर तुम मोके ग्रहण नाए कर्तहौ । और दुस्रो कोई अपन नाउँमे आईगओ बाके तुम ग्रहण करलेहौ ।
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44 तुम कैसे बिश्वास करपैहौ, जब तुम आपसमे एक दुसरे से सम्मान ढुडत हौ, और बा सम्मान कि खोजी नाए करतहौ, जो एक मात्र परमेश्वरसे आतहए ।
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\v 43 43 मए अपने दौवाके नाउँमे आओ हौ, पर तुम मोके ग्रहण नाए कर्तहौ । और दुस्रो कोई अपन नाउँमे आईगओ बाके तुम ग्रहण करलेहौ ।
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\v 44 44 तुम कैसे बिश्वास करपैहौ, जब तुम आपसमे एक दुसरे से सम्मान ढुडत हौ, और बा सम्मान कि खोजी नाए करतहौ, जो एक मात्र परमेश्वरसे आतहए ।
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