From 5a2a12f1abbcc187b386a47e4f8fa394f0ed2292 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Tue, 1 Aug 2023 13:53:26 +0545 Subject: [PATCH] Tue Aug 01 2023 13:53:25 GMT+0545 (Nepal Time) --- 16/19.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/16/19.txt b/16/19.txt index f61d9ee..8ae9cbf 100644 --- a/16/19.txt +++ b/16/19.txt @@ -1 +1 @@ -\v 19 19 बे बासे पुछन् के इच्छा करत् हँए करके येशूके पता हुइगौ, और बा कही, “ 'थोडी देरमे तुम मोके ना देखेहौ, और थोडी देरमे तुम मोके देखेहौ' करके कहो बातको अर्थ का हए करके बारेमे का तुम आपसमे बहस कर रहेहौ ? \v 20 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, तुम रुइहौ और बिलाप करेहौ, पर संसार रमएहए । तुम शोकित हुइहौ, तव तुमर शोक आनन्दमे परिणत हुइहए । \v 21 बालका जन्मन बेरा बैयर पीडामे होतहए, कहेकी बाकी बेरा अइगओ होतहए, पर जब बे बालका जन्मत हए, तव बे बा बेदनाके ना समझत हए कहेकी बालका जन्म गओ करके बे खुशी होतहए । \ No newline at end of file +\v 19 बे बासे पुछन् के इच्छा करत् हँए करके येशूके पता हुइगौ, और बा कही, “ 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ' करके कहो बातको अर्थ का हए करके जेहेक बारेमे का तुम आपसमे बहस कर रहेहौ ? \v 20 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, तुम रुइहौ और बिलाप करेहौ, पर संसार रमएहए । तुम शोकित हुइहौ, तव तुमर शोक आनन्दमे परिणत हुइहए । \v 21 बालका जन्मन बेरा बैयर पीडामे होतहए, कहेकी बाकी बेरा अइगओ होतहए, पर जब बे बालका जन्मत हए, तव बे बा बेदनाके ना समझत हए कहेकी बालका जन्म गओ करके बे खुशी होतहए । \ No newline at end of file