From 42ff45e43c0fd41fe514a48218de4205ef21df67 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Tue, 1 Aug 2023 15:34:54 +0545 Subject: [PATCH] Tue Aug 01 2023 15:34:53 GMT+0545 (Nepal Time) --- 17/12.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/17/12.txt b/17/12.txt index 92ef9a1..7766142 100644 --- a/17/12.txt +++ b/17/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो । बिनको रक्षा करो । और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भव, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए \v 13 "पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ । पर मए जा संसारमे रहत बात मए कहो रहौ, कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए । " \v 14 मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत करी, कहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौ । \ No newline at end of file +\v 12 जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो । बिनको रक्षा करो । और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भव, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए \v 13 "पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ । पर मए जा बात संसारमे काहि रहोहौँ रहत बात मए कहो रहौ, कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए । " \v 14 मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत करी, कहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौ । \ No newline at end of file