From 2e75f87f3ddef05e12ab65cb5663bb7b809d28d8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 6 Apr 2023 10:02:27 +0545 Subject: [PATCH] Thu Apr 06 2023 10:02:27 GMT+0545 (Nepal Time) --- 01/49.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/01/49.txt b/01/49.txt index 735fc52..37894c3 100644 --- a/01/49.txt +++ b/01/49.txt @@ -1 +1 @@ -\v 49 नथानेल बासे कही, “रब्बी, तुम परमेश्‍वरके पुत्र हौ, तुम इस्राएलके राजा हऔ ।” \v 50 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए तोके अन्‍जीरको रुखा तरे देखेके कारणसे का तुम मोके बिश्‍वास करत हऔ ? तुम जासे फिर बडो बडो काम देखैगे ।” \v 51 येशू कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहात हऔँ, तुम स्वर्ग खुलो और परमेश्‍वरके स्‍वर्गदुत आदमीको पुत्रके उपर चढत और उतरत देखैगे ।” \ No newline at end of file +\v 49 नथानेल बासे कही, “रब्बी, तुम परमेश्‍वरके पुत्र हौ, तुम इस्राएलके राजा हऔ ।” \v 50 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए तोके अन्‍जीरको रुखा तरे देखेके कारनसे का तुम मोके बिश्‍वास करत हऔ ? तुम जासे फिर बडो बडो काम देखैगे ।” \v 51 येशू कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहात हऔँ, तुम स्वर्ग खुलो और परमेश्‍वरके स्‍वर्गदुत आदमीको पुत्रके उपर चढत और उतरत देखैगे ।” \ No newline at end of file