From 28460658136f2bc730c44c6719e689bffc49811a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Tue, 1 Aug 2023 11:34:44 +0545 Subject: [PATCH] Tue Aug 01 2023 11:34:43 GMT+0545 (Nepal Time) --- 16/03.txt | 2 +- 16/05.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/16/03.txt b/16/03.txt index acf9d7d..ede60e6 100644 --- a/16/03.txt +++ b/16/03.txt @@ -1,2 +1,2 @@ \v 3 बे जा काम करङ्गे, काहेकी बे ना पिताके ना मोके चिन्त् -हँए । \v 4 पर जा बात मए तुमके बतात् हौ, कि जब जा समय अए हए, तव तुमके स्मरण हुइहए । पहिले जा बात मए तुमसे ना कहो जा बात ना कहो, काहेकी मए तुमर संग रहौ । \ No newline at end of file +हँए । \v 4 पर जा बात मए तुमके बतात् हौ, कि जब जा समय अए हए, तव तुमके स्मरण हुइहए । पहिले जा बात मए तुमसे ना कहो, काहेकी मए तुमर संग रहौ । \ No newline at end of file diff --git a/16/05.txt b/16/05.txt index 65210ed..0fc0720 100644 --- a/16/05.txt +++ b/16/05.txt @@ -1 +1 @@ -\v 5 "अब मोएके पठन बारेक ठिन जाए रहो हौ, और तुम कहाँ जातहौ ?' करके तुम कोइ मोसे पुछ्त ना हौ । " \v 6 ताहु फिर मए तुमसे जा बात कहो बहेमरे तुमर ह्रदय शोकसे भारिगौ हए । \v 7 ताहु फिर मए तुमसे सत्य बात कहत् हौ, मए जान मे तुमर हित हुइहए । कहेकी मए ना जएहौ तव, सल्लाहकार तुमरे ठिन ना अए हए । और जएहौ तव मए बाके तुमर ठिन पठए देहौ । \ No newline at end of file +\v 5 "अब मोके पठन बारेक ठिन जाए रहो हौ, और तुम कहाँ जातहौ ?' करके तुम कोइ मोसे पुछ्त ना हौ । " \v 6 ताहु फिर मए तुमसे जा बात कहो बहेमरे तुमर ह्रदय शोकसे भारिगौ हए । \v 7 ताहु फिर मए तुमसे सत्य बात कहत् हौ, मए जान मे तुमर हित हुइहए । कहेकी मए ना जएहौ तव, सल्लाहकार तुमरे ठिन ना अए हए । और जएहौ तव मए बाके तुमर ठिन पठए देहौ । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index e5ce230..ec86dcc 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -332,6 +332,7 @@ "15-26", "16-title", "16-01", + "16-03", "17-title", "18-title", "19-title",