Thu Mar 16 2023 14:03:11 GMT+0545 (Nepal Time)
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\c 10 \v 1 \v 2 1 "नेहत्व, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर घुसेहए नाए, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए । "
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2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बक्ररेहेरा हए ।
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\c 10 \v 1 1 "नेहत्व, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर घुसेहए नाए, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए । "
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\v 2 2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बक्ररेहेरा हए ।
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\v 3 \v 4 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको सोर सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ काढ काढ के बुलात हए, और उनके बाहिर लैजात हए।
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4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके सिक्तहए, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हए, कहेकी बे बाको सोर चिन्तहए।
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\v 3 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको सोर सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ काढ काढ के बुलात हए, और उनके बाहिर लैजात हए।
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\v 4 4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके सिक्तहए, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हए, कहेकी बे बाको सोर चिन्तहए।
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\v 5 \v 6 5 पर दुसरे आदमीके बे पिछु नाए जात हँए, पर बासे बे भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक सोर बे नाए चितहए।”
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6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे नाए बुझि।
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\v 5 5 पर दुसरे आदमीके बे पिछु नाए जात हँए, पर बासे बे भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक सोर बे नाए चितहए।”
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\v 6 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे नाए बुझि।
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\v 7 \v 8 7 जहेमारे येशू फिर उन्से कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ ।
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8 मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात नाए सुनि।
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\v 7 7 जहेमारे येशू फिर उन्से कही, “नेहत्व, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ ।
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\v 8 8 मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात नाए सुनि।
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\v 9 \v 10 9 फाटक मही हौ, अगर कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बाचिजए हए, और भितर बाहिर आनजान करहए और अच्छे ठाउँमे चरन पए हए। 10 चोर ता चुरान, मरन और नाश कर्न इकल्लो अत् हए। मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्ताको जीवन पामए करके मए अओ ।
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\v 9 9 फाटक मही हौ, अगर कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बाचिजए हए, और भितर बाहिर आनजान करहए और अच्छे ठाउँमे चरन पए हए। \v 10 10 चोर ता चुरान, मरन और नाश कर्न इकल्लो अत् हए। मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्ताको जीवन पामए करके मए अओ ।
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\v 11 \v 12 \v 13 11 मए असल बकरेहेरा हौ । असल बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन जयन देत् हए । 12 भाणाको आदमी चाहिँ भेणक अपनो बकरेहेरा कत्ता नैयाँ । बा ता गुलहा आत देखके भेणा छोणके बा भाजैगो, और गुलहा भेणाके निलजए हए, और तितर बितर करदेहए। 13 और बा भाजैगो, कहेकी बा भाणाको आदमी हए, बाके भेणाको कोई वास्ता नैयाँ ।
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\v 11 11 मए असल बकरेहेरा हौ । असल बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन जयन देत् हए । \v 12 12 भाणाको आदमी चाहिँ भेणक अपनो बकरेहेरा कत्ता नैयाँ । बा ता गुलहा आत देखके भेणा छोणके बा भाजैगो, और गुलहा भेणाके निलजए हए, और तितर बितर करदेहए। \v 13 13 और बा भाजैगो, कहेकी बा भाणाको आदमी हए, बाके भेणाको कोई वास्ता नैयाँ ।
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\v 14 \v 15 \v 16 14 "मए असल बकरेहेरा हौ, मए अपन भेणाके चिन्तहौ, और मिर भेणा मोके चिन्त हए्। " 15 जैसी पिता मोके चिन्त हए, मए पिताके चिन्तहौ, और मए अपन भेणाके ताहिँ अपन ज्यन अर्पण करेहौ। 16 "मिर और भेणा हँए, जो जा सारमे नैयाँ । उनके फिर मोके ल्यान हए, और बेहु मिर आबाज सुनंगे, और बे एकए झुणके हुइहए्, और एकए बकरेहेरा ।
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\v 14 14 "मए असल बकरेहेरा हौ, मए अपन भेणाके चिन्तहौ, और मिर भेणा मोके चिन्त हए्। " \v 15 15 जैसी पिता मोके चिन्त हए, मए पिताके चिन्तहौ, और मए अपन भेणाके ताहिँ अपन ज्यन अर्पण करेहौ। \v 16 16 "मिर और भेणा हँए, जो जा सारमे नैयाँ । उनके फिर मोके ल्यान हए, और बेहु मिर आबाज सुनंगे, और बे एकए झुणके हुइहए्, और एकए बकरेहेरा ।
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\v 17 \v 18 17 पिता मोके बा मारे प्रेम करत् हए, कहेकी मए अपनो ज्यान फिर फिर्ता लेन हिसाबसे अर्पण करत् हौ। 18 कोई फिर मोसे मिर ज्यन लए नाए पए हए, पर मए अपन इच्छासे अपन ज्यन अर्पण करत् हौ। अपन ज्यन अर्पण करन् अधिकार मिर संग हए, और फिर लेनके अधिकार मिर संग हए। जा आज्ञा मए अपन पितासे पओ हौ।”
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\v 17 17 पिता मोके बा मारे प्रेम करत् हए, कहेकी मए अपनो ज्यान फिर फिर्ता लेन हिसाबसे अर्पण करत् हौ। \v 18 18 कोई फिर मोसे मिर ज्यन लए नाए पए हए, पर मए अपन इच्छासे अपन ज्यन अर्पण करत् हौ। अपन ज्यन अर्पण करन् अधिकार मिर संग हए, और फिर लेनके अधिकार मिर संग हए। जा आज्ञा मए अपन पितासे पओ हौ।”
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\v 19 \v 20 \v 21 19 जा वचनके कारण यहूदीमे मतभेद हुइगओ। 20 बिन मैसे बहुत कहत रहए, “जाके भुत लागो हए, और जा पगलिया गव हए। और तुम जक बात काहे सुनत् हौ?” 21 और फिर कहात रहए, “भुत लागो आदमीके बात अइसो ता नए होतहए। का भुत अन्धराको आँखी खोलपए हए क ?”
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\v 19 19 जा वचनके कारण यहूदीमे मतभेद हुइगओ। \v 20 20 बिन मैसे बहुत कहत रहए, “जाके भुत लागो हए, और जा पगलिया गव हए। और तुम जक बात काहे सुनत् हौ?” \v 21 21 और फिर कहात रहए, “भुत लागो आदमीके बात अइसो ता नए होतहए। का भुत अन्धराको आँखी खोलपए हए क ?”
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\v 22 \v 23 \v 24 22 यरुसलेममे मन्दिर समर्पणको तेवहर रहए। 23 जा हिउँतको समय रहए। येशू मन्दिर भितर सोलोमनके दलानमे टहेलत् रहए। 24 यहूदी बाके चारैतर्फ बैठके पुछ्न लागे, “कब तक तुम हमके दोधरमे करेरहौ? अगर तुम ख्रीष्ट हौ, तव हमके स्पष्ट बतए देओ।”
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\v 22 22 यरुसलेममे मन्दिर समर्पणको तेवहर रहए। \v 23 23 जा हिउँतको समय रहए। येशू मन्दिर भितर सोलोमनके दलानमे टहेलत् रहए। \v 24 24 यहूदी बाके चारैतर्फ बैठके पुछ्न लागे, “कब तक तुम हमके दोधरमे करेरहौ? अगर तुम ख्रीष्ट हौ, तव हमके स्पष्ट बतए देओ।”
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\v 25 \v 26 25 येशू बिनके जबाफ दै, “मए तुमसे कहे रहो हौ, पर तुम विश्वास नए करत् हौ। मेरो पिताके नाउँमे मए काम करत् हौ, बहे मिर गवाही देतहए्। 26 पर तुम विश्वास नए करत् हौ, कहेकी तुम मिर भेणा मैके नए हौ।
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\v 25 25 येशू बिनके जबाफ दै, “मए तुमसे कहे रहो हौ, पर तुम विश्वास नए करत् हौ। मेरो पिताके नाउँमे मए काम करत् हौ, बहे मिर गवाही देतहए्। \v 26 26 पर तुम विश्वास नए करत् हौ, कहेकी तुम मिर भेणा मैके नए हौ।
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\v 27 \v 28 27 "मिर भेणा मिर आवाज सुनत् हए, और बिनके मए चिन्तहौ, और बे मिर पिछु आत हए। " 28 बिनके मए अनन्त जीवन देहौ, और बे कबहु नष्ट नए हुइँहए, और बिनके कोई मिर हातसे छिनके नए लैजए पैहए ।
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\v 27 27 "मिर भेणा मिर आवाज सुनत् हए, और बिनके मए चिन्तहौ, और बे मिर पिछु आत हए। " \v 28 28 बिनके मए अनन्त जीवन देहौ, और बे कबहु नष्ट नए हुइँहए, और बिनके कोई मिर हातसे छिनके नए लैजए पैहए ।
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\v 29 \v 30 \v 31 29 मिर पिता बिनके मोके दैहए; बा सबसे बणो हए। मिर पिताके हातसे कोई छिनके लैजए नए पए हए। 30 पिता और मए एक हँए।” 31 यहूदी बाके मरन ताहि फिर पत्थर उठाइँ।
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\v 29 29 मिर पिता बिनके मोके दैहए; बा सबसे बणो हए। मिर पिताके हातसे कोई छिनके लैजए नए पए हए। \v 30 30 पिता और मए एक हँए।” \v 31 31 यहूदी बाके मरन ताहि फिर पत्थर उठाइँ।
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