From 1041d3bd347e4c5a39c20b62e10066efb0055ff3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Sun, 5 Mar 2023 15:02:40 +0545 Subject: [PATCH] Sun Mar 05 2023 15:02:40 GMT+0545 (Nepal Time) --- 01/37.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/01/37.txt b/01/37.txt index 6181254..8819928 100644 --- a/01/37.txt +++ b/01/37.txt @@ -1 +1 @@ -\v 37 बे दुई चेला यूहन्‍नासे अइसो कही और जा बात सुनके बे येशुके पिच्छु लगगए । \v 38 तव येशू बे बाके पिच्छु आत देखी , और बिनसे कही, “तुम का ढुड़त हव ?” बे बासे कहि, “रब्बी{जौनको अर्थ हए गुरुज्यू} तुम कहाँ रहत हौ?” \v 39 बा उनसे कहि, “आओ, और तुम देखैगे।” तव बे आगए, और बाकी ठीन रहात देखिं । बा दिन बे बाके संग बैठे, काहेकी दसौँ पहर होन लागो रहए । \ No newline at end of file +\v 37 बे दुई चेला यूहन्‍नासे अइसो कही और जा बात सुनके बे येशुके पिच्छु लगगए । \v 38 तव येशू बे बाके पिच्छु आत देखी , और बिनसे कही, “तुम का ढुड़त हव ?” बे बासे कहीं, “रब्बी{जौनको अर्थ हए गुरुज्यू} तुम कहाँ रहत हौ ?” \v 39 बा उनसे कहि, “आओ, और तुम देखैगे।” तव बे आए, और बाकी ठीन रहात देखिं । बा दिन बे बाके संग बैठे, काहेकी दसौँ पहर होन लागो रहए । \ No newline at end of file