From 0c81356a911a8bbf989467fd22a8b5fee430fd06 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Mon, 12 Jun 2023 06:12:07 +0545 Subject: [PATCH] Mon Jun 12 2023 06:12:06 GMT+0545 (Nepal Time) --- 07/10.txt | 2 +- 07/12.txt | 2 +- 2 files changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/07/10.txt b/07/10.txt index d9484c6..420ab20 100644 --- a/07/10.txt +++ b/07/10.txt @@ -1 +1 @@ -\v 10 तव बाके भैया तेवहरमे जाएके पिछु बा फिर खुल्लम खुल्ला नाए, पर चुप्पाए से गओ । \v 11 "तेवहरमे यहूदी बोके ढुडन लागे, "और बो कहाँ हए?” कहिके पुछ्न लागे । \ No newline at end of file +\v 10 तव बाके भैया तेवहरमे जाएके पिछु बा फिर खुल्लम खुल्ला नाए, पर चुप्पाए से गओ । \v 11 "तेवहरमे यहूदी बाके ढुडन लागे, "और बा कहाँ हए ?” कहिके पुछ्न लागे । \ No newline at end of file diff --git a/07/12.txt b/07/12.txt index 69226e1..c8f99a0 100644 --- a/07/12.txt +++ b/07/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 " भिडके बीचमे बाके बारेमे चर्चा होन लागो । कुइ कहात् रहए,“बा अच्छो हए ।” और कहमए, “नैयाँ, जा आदमीके बाहकत् हँए ।” \v 13 पर यहूदीनके डरके मरे बाके बारेमे कोई खुल्लम खुल्ला बोल्तनाए रहए । \ No newline at end of file +\v 12 " भिडके बीचमे बाके बारेमे चर्चा होन लागो । कुइ कहात् रहए,“बा अच्छो हए ।” और कहमए, “ना हए, जा आदमीके बाहकत् हँए ।” \v 13 पर यहूदीनके डरके मरे बाके बारेमे कोई खुल्लम खुल्ला बोल्तनाए रहए । \ No newline at end of file