From 05253105029df8d8e8d627561e39bc511b102d56 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Sat, 22 Jul 2023 17:11:09 +0545 Subject: [PATCH] Sat Jul 22 2023 17:11:09 GMT+0545 (Nepal Time) --- 10/01.txt | 2 +- 10/03.txt | 3 +-- 10/05.txt | 3 +-- 3 files changed, 3 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/10/01.txt b/10/01.txt index 728bf4a..d1e5ac1 100644 --- a/10/01.txt +++ b/10/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 10 \v 1 1 "नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर घुसेहए ना, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए । " \v 2 2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बक्ररेहेरा हए । \ No newline at end of file +\c 10 \v 1 "नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर घुसेहए ना, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए । " \v 2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बक्ररेहेरा हए । \ No newline at end of file diff --git a/10/03.txt b/10/03.txt index 6621e99..9e07ecd 100644 --- a/10/03.txt +++ b/10/03.txt @@ -1,2 +1 @@ -\v 3 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको सोर सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ काढ काढ के बुलात हए, और उनके बाहिर लैजात हए। -\v 4 4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके सिक्तहए, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हए, कहेकी बे बाको सोर चिन्तहए। \ No newline at end of file +\v 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको सोर सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ काढ काढ के बुलात हए, और उनके बाहिर लैजात हए । \v 4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके सिक्तहए, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हए, कहेकी बे बाको सोर चिन्तहए । \ No newline at end of file diff --git a/10/05.txt b/10/05.txt index 6a97ad6..a3b859c 100644 --- a/10/05.txt +++ b/10/05.txt @@ -1,2 +1 @@ -\v 5 5 पर दुसरे आदमीके बे पिछु नाए जात हँए, पर बासे बे भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक सोर बे नाए चितहए।” -\v 6 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे नाए बुझि। \ No newline at end of file +\v 5 पर दुसरे आदमीके बे पिछु ना जात हँए, पर बासे बे भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक सोर बे ना चितहए ।” \v 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे नाए बुझि। \ No newline at end of file