\v 62 तुम आदमीके पुत्रके जहाँ बा अग्गु रहए हुवाँ चढत देखे रहओ का ? \v 63 जीवन देन बारो आत्मा हए, शरीरसे कोई फाइदा ना हए । जौन बचन मए तुमसे बोलोहौ बा आत्मा और जीवन हए ।