thr_jhn_text_reg/10/11.txt

1 line
746 B
Plaintext
Raw Normal View History

\v 11 11 मए असल बकरेहेरा हौ । असल बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन जयन देत् हए । \v 12 12 भाणाको आदमी चाहिँ भेणक अपनो बकरेहेरा कत्ता नैयाँ । बा ता गुलहा आत देखके भेणा छोणके बा भाजैगो, और गुलहा भेणाके निलजए हए, और तितर बितर करदेहए। \v 13 13 और बा भाजैगो, कहेकी बा भाणाको आदमी हए, बाके भेणाको कोई वास्ता नैयाँ ।