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\v 64 \v 65 64 पर तुमर बीचमे कित्तो हँए, जौन बिश्वास कर्त नैयाँ ।” कहेकी बिश्वास नाए करन बारे कौन कौन हँए, और बाके धोखा देन बारो कौन हुइहँए करके येशूके सुरुसे पता रहए ।
65 और बा कही, “जहेमारे मए तुमसे कहो रहौ, 'अगर पितासे नाए द्ओ हए तव कोई आदमी मिर ठिन नाए आए पाएहए ।”