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\v 39 और येशू कही, “मए न्यायके तही जा संसारमे अओ, कि नए देखन बारे देखए और देखन बारे चाहिँ अन्धरा होमए।” \v 40 जा बात सुनन् बारे और बाके नजिक होन बारे फरिसीन मैसे कोई कोई बासे कहिँ, “का हम फिर अन्धरा हँए?” \v 41 येशू बिनसे कही, “तुम अन्धरा हुते तओ पापके दोषी हुतेनाए, पर तुम हम देखतहै कहतहौ, बहेमारे तुमर पाप रहिरहत् हए ।