thr_eph_text_reg/05/31.txt

1 line
652 B
Plaintext

\v 31 "जहेमरे आदमी अपन अइया- दैवाके छोणके अपनी बैयरसंग मिलोरहतहए, और बे दोनो एक शरीर होतहए ।" \v 32 जा एक गहिरो रहस्यकि बात हए, तव जा बात मए ख्रीष्ट और मण्डलीके बारेमे मसकतहओ | \v 33 जो होनसे फिर तुम सब अपन बैयरके अपनी हानी प्रेम करौ, और बैयर फिर अपन लोगाके आदर करै ।