thr_eph_text_reg/05/01.txt

1 line
511 B
Plaintext

\c 5 \v 1 जहेमरे तुम प्रिय बालकजैसे परमेश्‍वरको देखासेखी करन बारे होबौ| \v 2 तुम प्रेममे चलौ, जैसे ख्रीष्ट फिर हमसे प्रेम करी, और परमेश्वरके ताहिँ सुगन्धित भेटी और बलिदान हुइके अपनके हमर ताहिँ अर्पण करी|