\v 5 समयको सदुपयोग करतए, बाहिरके संग बुध्दिमानी साथ व्यवहार करओ । \v 6 नून जैसो स्वदिलो करे कता तुमरो बोलीवचन सबदिन कृपालु होबए, ताकि प्रत्येकके कैसे जवाफ देन पड़ैगो, सो तुम जनओ ।