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\v 34 काहेकी दाउद त स्वर्गमे नाचढो पर बे अपनए कहात हएँ, 'परमप्रभु मिर प्रभुसे कहि, तुम मिर दहिने हातघेन बैठ \v 35 जबतक मए तुमरे दुस्मनके तुमर टाँङगको पाउदान ना बनएहौ |' \v 36 जहेमारे इस्राएलको सबय परिवार जा पक्का करके जानए, कि येशू, जौनके तुम क्रुसमे टाँगे, परमेश्वर बाके प्रभु और ख्रीष्ट बनाई |”