thr_act_text_reg/21/22.txt

1 line
790 B
Plaintext

\v 22 अब का करएगे? तुम आए हौ कहिके बे नेहत्तय सुनंगे । \v 23 जहेमारे जो हम कहत हँए बहए करौ- भाकल करन बारे चार जनि हमर संग हँए । \v 24 यिनके लैके तुम फिर यिनके संगसंग शुध्द होबओ, और यिनके चाहन बारो खर्च तुम दै देओ, और जे बार कतरँए । अइसे तुम व्यवस्था पालन करत् देखत् तुमर बारेमे सुनके कोइ बात सच नाहए कहिके सबए पता पए हँए ।