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\v 36 । और बे डगरमे जातपेती कुछ पानी ठिन आएपुगे । बा नपुंसक कहि, “देख हियाँ पानी हए, मोके बप्तिस्मा लेनके कौन रोक पए हए?” \v 37 फिलिप कहि, “अगर सारे ह्रदयसे बिश्वास करेहौ तव तुम बप्तिस्मा लए सक्तहौ ।”बा कही “येशु ख्रिष्ट परमेश्वर को पुत्र है कहिके मय बिस्वास करत हौं। \v 38 “ रथ रोकनके आज्ञा दै, तव फिलिप और नपुंसक दोनए पानीमे उत्रे, और बा बिनके बप्तिस्मा दै,।