thr_act_text_reg/05/40.txt

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\v 40 " बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।' \v 41 बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ । \v 42 पर परमेश्‍वार बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?