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\v 38 " जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए । \v 39 "हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । "