\v 20 । तव बे बाके और कुछ दिन बैठनके बिन्ती करीं पर बा बिनके मनाही करी । \v 21 बिनसे बिदा होत बे कहिँ, “परमेश्वरको इच्छा हुइहए मए फिरके तुमरे ठिन घुमके आए हौँ ।” तव बो जहाज चढके एफिसस हुइके गओ ।